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وَنَجَّيْنَٰهُ
और निजात दी हमने उसे
وَلُوطًا
और लूत को
إِلَى
तरफ़ उस ज़मीन के
ٱلْأَرْضِ
तरफ़ उस ज़मीन के
ٱلَّتِى
वो जो
بَٰرَكْنَا
बरकत रखी हमने
فِيهَا
उसमें
لِلْعَٰلَمِينَ
तमाम जहान वालों के लिए

Wanajjaynahu walootan ila alardi allatee barakna feeha lil'alameena

और हम उसे और लूत को बचाकर उस भूभाग की ओर निकाल ले गए, जिसमें हमने दुनियावालों के लिए बरकतें रखी थीं

Tafseer (तफ़सीर )

وَوَهَبْنَا
और अता किया हमने
لَهُۥٓ
उसे
إِسْحَٰقَ
इस्हाक़
وَيَعْقُوبَ
और याक़ूब
نَافِلَةًۖ
मज़ीद
وَكُلًّا
और सब को
جَعَلْنَا
बनाया हमने
صَٰلِحِينَ
सालेह/नेक

Wawahabna lahu ishaqa waya'qooba nafilatan wakullan ja'alna saliheena

और हमने उसे इसहाक़ प्रदान किया और तदधिक याक़ूब भी। और प्रत्येक को हमने नेक बनाया

Tafseer (तफ़सीर )

وَجَعَلْنَٰهُمْ
और बनाया हमने उन्हें
أَئِمَّةً
इमाम
يَهْدُونَ
वो रहनुमाई करते थे
بِأَمْرِنَا
हमारे हुक्म से
وَأَوْحَيْنَآ
और वही की हमने
إِلَيْهِمْ
तरफ़ उनके
فِعْلَ
करने को
ٱلْخَيْرَٰتِ
भलाइयाँ
وَإِقَامَ
और क़ायम करना
ٱلصَّلَوٰةِ
नमाज़ का
وَإِيتَآءَ
और अदा करना
ٱلزَّكَوٰةِۖ
ज़कात का
وَكَانُوا۟
और थे वो
لَنَا
हमारे लिए
عَٰبِدِينَ
इबादत गुज़ार

Waja'alnahum aimmatan yahdoona biamrina waawhayna ilayhim fi'la alkhayrati waiqama alssalati waeetaa alzzakati wakanoo lana 'abideena

और हमने उन्हें नायक बनाया कि वे हमारे आदेश से मार्ग दिखाते थे और हमने उनकी ओर नेक कामों के करने और नमाज़ की पाबन्दी करने और ज़कात देने की प्रकाशना की, और वे हमारी बन्दगी में लगे हुए थे

Tafseer (तफ़सीर )

وَلُوطًا
और लूत
ءَاتَيْنَٰهُ
अता किया हमने उसे
حُكْمًا
हुक्म
وَعِلْمًا
और इल्म
وَنَجَّيْنَٰهُ
और निजात दी हमने
مِنَ
उस बस्ती से
ٱلْقَرْيَةِ
उस बस्ती से
ٱلَّتِى
वो जो
كَانَت
थी
تَّعْمَلُ
वो करती
ٱلْخَبَٰٓئِثَۗ
ख़बीस काम
إِنَّهُمْ
यक़ीनन वो
كَانُوا۟
थे वो
قَوْمَ
लोग
سَوْءٍ
बुरे
فَٰسِقِينَ
फ़ासिक़

Walootan ataynahu hukman wa'ilman wanajjaynahu mina alqaryati allatee kanat ta'malu alkhabaitha innahum kanoo qawma sawin fasiqeena

और रहा लूत तो उसे हमने निर्णय-शक्ति और ज्ञान प्रदान किया और उसे उस बस्ती से छुटकारा दिया जो गन्दे कर्म करती थी। वास्तव में वह बहुत ही बुरी और अवज्ञाकारी क़ौम थी

Tafseer (तफ़सीर )

وَأَدْخَلْنَٰهُ
और दाख़िल किया हमने उसे
فِى
अपनी रहमत में
رَحْمَتِنَآۖ
अपनी रहमत में
إِنَّهُۥ
यक़ीनन वो
مِنَ
नेक लोगों में से था
ٱلصَّٰلِحِينَ
नेक लोगों में से था

Waadkhalnahu fee rahmatina innahu mina alssaliheena

और उसको हमने अपनी दयालुता में प्रवेश कराया। निस्संदेह वह अच्छे लोगों में से था

Tafseer (तफ़सीर )

وَنُوحًا
और नूह
إِذْ
जब
نَادَىٰ
उसने पुकारा
مِن
इससे पहले
قَبْلُ
इससे पहले
فَٱسْتَجَبْنَا
तो दुआ क़ुबूल कर ली हमने
لَهُۥ
उसकी
فَنَجَّيْنَٰهُ
तो निजात दी हमने उसे
وَأَهْلَهُۥ
और उसके घर वालों को
مِنَ
कर्ब/दुख से
ٱلْكَرْبِ
कर्ब/दुख से
ٱلْعَظِيمِ
बहुत बड़े

Wanoohan ith nada min qablu faistajabna lahu fanajjaynahu waahlahu mina alkarbi al'atheemi

और नूह की भी चर्चा करो, जबकि उसने इससे पहले हमें पुकारा था, तो हमने उसकी सुन ली और हमने उसे और उसके लोगों को बड़े क्लेश से छुटकारा दिया

Tafseer (तफ़सीर )

وَنَصَرْنَٰهُ
और मदद की हमने उसकी
مِنَ
उन लोगों के मुक़ाबले में
ٱلْقَوْمِ
उन लोगों के मुक़ाबले में
ٱلَّذِينَ
जिन्होंने
كَذَّبُوا۟
झुठलाया
بِـَٔايَٰتِنَآۚ
हमारी आयात को
إِنَّهُمْ
बेशक वो
كَانُوا۟
थे वो
قَوْمَ
लोग
سَوْءٍ
बुरे
فَأَغْرَقْنَٰهُمْ
तो ग़र्क़ कर दिया हमने उनको
أَجْمَعِينَ
सब के सब को

Wanasarnahu mina alqawmi allatheena kaththaboo biayatina innahum kanoo qawma sawin faaghraqnahum ajma'eena

औऱ उस क़ौम के मुक़ाबले में जिसने हमारी आयतों को झुठला दिया था, हमने उसकी सहायता की। वास्तव में वे बुरे लोग थे। अतः हमने उन सबको डूबो दिया

Tafseer (तफ़सीर )

وَدَاوُۥدَ
और दाऊद
وَسُلَيْمَٰنَ
और सुलैमान
إِذْ
जब
يَحْكُمَانِ
वो दोनों फ़ैसला कर रहे थे
فِى
खेत के मामले में
ٱلْحَرْثِ
खेत के मामले में
إِذْ
जब
نَفَشَتْ
रात को चर लिया था
فِيهِ
उसमें
غَنَمُ
बकरियों ने
ٱلْقَوْمِ
क़ौम की
وَكُنَّا
और थे हम
لِحُكْمِهِمْ
उनके फ़ैसले को
شَٰهِدِينَ
देखने वाले

Wadawooda wasulaymana ith yahkumani fee alharthi ith nafashat feehi ghanamu alqawmi wakunna lihukmihim shahideena

औऱ दाऊद और सुलैमान पर भी हमने कृपा-स्पष्ट की। याद करो जबकि वे दोनों खेती के एक झगड़े का निबटारा कर रहे थे, जब रात को कुछ लोगों की बकरियाँ उसे रौंद गई थीं। और उनका (क़ौम के लोगों का) फ़ैसला हमारे सामने था

Tafseer (तफ़सीर )

فَفَهَّمْنَٰهَا
पस समझा दिया हमने ये(फ़ैसला)
سُلَيْمَٰنَۚ
सुलैमान को
وَكُلًّا
और हर एक को
ءَاتَيْنَا
दिया हमने
حُكْمًا
हुक्म
وَعِلْمًاۚ
और इल्म
وَسَخَّرْنَا
और मुसख़्ख़र किए हमने
مَعَ
साथ
دَاوُۥدَ
दाऊद के
ٱلْجِبَالَ
पहाड़
يُسَبِّحْنَ
वो तस्बीह करते थे
وَٱلطَّيْرَۚ
और परिन्दे ( भी )
وَكُنَّا
और थे हम ही
فَٰعِلِينَ
करने वाले

Fafahhamnaha sulaymana wakullan atayna hukman wa'ilman wasakhkharna ma'a dawooda aljibala yusabbihna waalttayra wakunna fa'ileena

तब हमने उसे सुलैमान को समझा दिया और यूँ तो हरेक को हमने निर्णय-शक्ति और ज्ञान प्रदान किया था। और दाऊद के साथ हमने पहाड़ों को वशीभूत कर दिया था, जो तसबीह करते थे, और पक्षियों को भी। और ऐसा करनेवाले हम भी थे

Tafseer (तफ़सीर )

وَعَلَّمْنَٰهُ
और सिखाया हमने उसे
صَنْعَةَ
बनाना
لَبُوسٍ
लिबास का
لَّكُمْ
तुम्हारे लिए
لِتُحْصِنَكُم
ताकि वो बचाए तुम्हें
مِّنۢ
तुम्हारी जंग से
بَأْسِكُمْۖ
तुम्हारी जंग से
فَهَلْ
तो क्या
أَنتُمْ
तुम
شَٰكِرُونَ
शुक्र गुज़ार हो

Wa'allamnahu san'ata laboosin lakum lituhsinakum min basikum fahal antum shakiroona

और हमने उसे तुम्हारे लिए एक परिधान (बनाने) की शिल्प-कला भी सिखाई थी, ताकि युद्ध में वह तुम्हारी रक्षा करे। फिर क्या तुम आभार मानते हो?

Tafseer (तफ़सीर )