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يَسْتَبْشِرُونَ
वो ख़ुश होते हैं
بِنِعْمَةٍ
नेअमत पर
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
وَفَضْلٍ
और फ़ज़ल पर
وَأَنَّ
और बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
لَا
नहीं वो ज़ाया करता
يُضِيعُ
नहीं वो ज़ाया करता
أَجْرَ
अजर
ٱلْمُؤْمِنِينَ
ईमान वालों का

Yastabshiroona bini'matin mina Allahi wafadlin waanna Allaha la yudee'u ajra almumineena

वे अल्लाह के अनुग्रह और उसकी उदार कृपा से प्रसन्न हो रहे है और इससे कि अल्लाह ईमानवालों का बदला नष्ट नहीं करता

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
ٱسْتَجَابُوا۟
हुक्म माना
لِلَّهِ
अल्लाह का
وَٱلرَّسُولِ
और रसूल का
مِنۢ
बाद इसके
بَعْدِ
बाद इसके
مَآ
जो
أَصَابَهُمُ
पहुँचा उन्हें
ٱلْقَرْحُۚ
ज़ख़्म
لِلَّذِينَ
उनके लिए जिन्होंने
أَحْسَنُوا۟
एहसान किया
مِنْهُمْ
उनमें से
وَٱتَّقَوْا۟
और तक़वा किया
أَجْرٌ
अजर है
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Allatheena istajaboo lillahi waalrrasooli min ba'di ma asabahumu alqarhu lillatheena ahsanoo minhum waittaqaw ajrun 'atheemun

जिन लोगों ने अल्लाह और रसूल की पुकार को स्वीकार किया, इसके पश्चात कि उन्हें आघात पहुँच चुका था। इन सत्कर्मी और (अल्लाह का) डर रखनेवालों के लिए बड़ा प्रतिदान है

Tafseer (तफ़सीर )

ٱلَّذِينَ
वो जो
قَالَ
कहा
لَهُمُ
उन्हें
ٱلنَّاسُ
लोगों ने
إِنَّ
बेशक
ٱلنَّاسَ
लोग
قَدْ
तहक़ीक़
جَمَعُوا۟
जमा हो गए हैं
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
فَٱخْشَوْهُمْ
पस डरो उनसे
فَزَادَهُمْ
पस उसने बढ़ा दिया उन्हें
إِيمَٰنًا
ईमान में
وَقَالُوا۟
और उन्होंने कहा
حَسْبُنَا
काफ़ी है हमें
ٱللَّهُ
अल्लाह
وَنِعْمَ
और कितना अच्छा है
ٱلْوَكِيلُ
कारसाज़

Allatheena qala lahumu alnnasu inna alnnasa qad jama'oo lakum faikhshawhum fazadahum eemanan waqaloo hasbuna Allahu wani'ma alwakeelu

ये वही लोग है जिनसे लोगों ने कहा, 'तुम्हारे विरुद्ध लोग इकट्ठा हो गए है, अतः उनसे डरो।' तो इस चीज़ ने उनके ईमान को और बढ़ा दिया। और उन्होंने कहा, 'हमारे लिए तो बस अल्लाह काफ़ी है और वही सबसे अच्छा कार्य-साधक है।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَٱنقَلَبُوا۟
पस वो पलट आए
بِنِعْمَةٍ
साथ नेअमत के
مِّنَ
अल्लाह की तरफ़ से
ٱللَّهِ
अल्लाह की तरफ़ से
وَفَضْلٍ
और फ़ज़ल के
لَّمْ
नहीं
يَمْسَسْهُمْ
छुआ उन्हें
سُوٓءٌ
किसी बुराई (तकलीफ़) ने
وَٱتَّبَعُوا۟
और उन्होंने पैरवी की
رِضْوَٰنَ
अल्लाह की रज़ा की
ٱللَّهِۗ
अल्लाह की रज़ा की
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
ذُو
फ़ज़ल वाला है
فَضْلٍ
फ़ज़ल वाला है
عَظِيمٍ
बहुत बड़े

Fainqalaboo bini'matin mina Allahi wafadlin lam yamsashum sooon waittaba'oo ridwana Allahi waAllahu thoo fadlin 'atheemin

तो वे अल्लाह को ओर से प्राप्त होनेवाली नेमत और उदार कृपा के साथ लौटे। उन्हें कोई तकलीफ़ छू भी नहीं सकी और वे अल्लाह की इच्छा पर चले भी, और अल्लाह बड़ी ही उदार कृपावाला है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّمَا
बेशक
ذَٰلِكُمُ
ये
ٱلشَّيْطَٰنُ
शैतान है
يُخَوِّفُ
जो डराता है
أَوْلِيَآءَهُۥ
अपने दोस्तों को
فَلَا
तो ना
تَخَافُوهُمْ
तुम डरो उनसे
وَخَافُونِ
और डरो मुझसे
إِن
अगर
كُنتُم
हो तुम
مُّؤْمِنِينَ
ईमान लाने वाले

Innama thalikumu alshshaytanu yukhawwifu awliyaahu fala takhafoohum wakhafooni in kuntum mumineena

वह तो शैतान है जो अपने मित्रों को डराता है। अतः तुम उनसे न डरो, बल्कि मुझी से डरो, यदि तुम ईमानवाले हो

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
يَحْزُنكَ
ग़मगीन करें आपको
ٱلَّذِينَ
वो जो
يُسَٰرِعُونَ
जल्दी करते हैं
فِى
कुफ़्र में
ٱلْكُفْرِۚ
कुफ़्र में
إِنَّهُمْ
बेशक वो
لَن
हरगिज़ नहीं
يَضُرُّوا۟
वो नुक़सान दे सकते
ٱللَّهَ
अल्लाह को
شَيْـًٔاۗ
कुछ भी
يُرِيدُ
चाहता है
ٱللَّهُ
अल्लाह
أَلَّا
कि ना
يَجْعَلَ
वो रखे
لَهُمْ
उनके लिए
حَظًّا
कोई हिस्सा
فِى
आख़िरत में
ٱلْءَاخِرَةِۖ
आख़िरत में
وَلَهُمْ
और उनके लिए
عَذَابٌ
अज़ाब है
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Wala yahzunka allatheena yusari'oona fee alkufri innahum lan yadurroo Allaha shayan yureedu Allahu alla yaj'ala lahum haththan fee alakhirati walahum 'athabun 'atheemun

जो लोग अधर्म और इनकार में जल्दी दिखाते है, उनके कारण तुम दुखी न हो। वे अल्लाह का कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते। अल्लाह चाहता है कि उनके लिए आख़िरत में कोई हिस्सा न रखे, उनके लिए तो बड़ी यातना है

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
ٱشْتَرَوُا۟
ख़रीद लिया
ٱلْكُفْرَ
कुफ़्र को
بِٱلْإِيمَٰنِ
बदले ईमान के
لَن
हरगिज़ नहीं
يَضُرُّوا۟
वो नुक़सान दे सकते
ٱللَّهَ
अल्लाह को
شَيْـًٔا
कुछ भी
وَلَهُمْ
और उनके लिए
عَذَابٌ
अज़ाब है
أَلِيمٌ
दर्दनाक

Inna allatheena ishtarawoo alkufra bialeemani lan yadurroo Allaha shayan walahum 'athabun aleemun

जो लोग ईमान की क़ीमत पर इनकार और अधर्म के ग्राहक हुए, वे अल्लाह का कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते, उनके लिए तो दुखद यातना है

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
يَحْسَبَنَّ
हरगिज़ गुमान करें
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
كَفَرُوٓا۟
कुफ़्र किया
أَنَّمَا
बेशक जो
نُمْلِى
हम ढील दे रहे हैं
لَهُمْ
उन्हें
خَيْرٌ
बेहतर है
لِّأَنفُسِهِمْۚ
उनके नफ़्सों के लिए
إِنَّمَا
बेशक
نُمْلِى
हम ढील दे रहे हैं
لَهُمْ
उन्हें
لِيَزْدَادُوٓا۟
ताकि वो बढ़ जाऐं
إِثْمًاۚ
गुनाह में
وَلَهُمْ
और उनके लिए
عَذَابٌ
अज़ाब है
مُّهِينٌ
रुस्वा करने वाला

Wala yahsabanna allatheena kafaroo annama numlee lahum khayrun lianfusihim innama numlee lahum liyazdadoo ithman walahum 'athabun muheenun

और यह ढ़ील जो हम उन्हें दिए जाते है, इसे अधर्मी लोग अपने लिए अच्छा न समझे। यह ढील तो हम उन्हें सिर्फ़ इसलिए दे रहे है कि वे गुनाहों में और अधिक बढ़ जाएँ, और उनके लिए तो अत्यन्त अपमानजनक यातना है

Tafseer (तफ़सीर )

مَّا
नहीं
كَانَ
है
ٱللَّهُ
अल्लाह
لِيَذَرَ
कि वो छोड़ दे
ٱلْمُؤْمِنِينَ
मोमिनों को
عَلَىٰ
ऊपर उसके
مَآ
जो हो
أَنتُمْ
तुम
عَلَيْهِ
जिस पर
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
يَمِيزَ
वो छाँट दे
ٱلْخَبِيثَ
नापाक को
مِنَ
पाक से
ٱلطَّيِّبِۗ
पाक से
وَمَا
और नहीं
كَانَ
है
ٱللَّهُ
अल्लाह
لِيُطْلِعَكُمْ
कि वो आगाह करे तुम्हें
عَلَى
ग़ैब पर
ٱلْغَيْبِ
ग़ैब पर
وَلَٰكِنَّ
और लेकिन
ٱللَّهَ
अल्लाह
يَجْتَبِى
चुन लेता है
مِن
अपने रसूलों में से
رُّسُلِهِۦ
अपने रसूलों में से
مَن
जिसे
يَشَآءُۖ
वो चाहता है
فَـَٔامِنُوا۟
पस ईमान लाओ
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
وَرُسُلِهِۦۚ
और उसके रसूलों पर
وَإِن
और अगर
تُؤْمِنُوا۟
तुम ईमान लाओगे
وَتَتَّقُوا۟
और तुम तक़वा करोगे
فَلَكُمْ
तो तुम्हारे लिए
أَجْرٌ
अजर है
عَظِيمٌ
बहुत बड़ा

Ma kana Allahu liyathara almumineena 'ala ma antum 'alayhi hatta yameeza alkhabeetha mina alttayyibi wama kana Allahu liyutli'akum 'ala alghaybi walakinna Allaha yajtabee min rusulihi man yashao faaminoo biAllahi warusulihi wain tuminoo watattaqoo falakum ajrun 'atheemun

अल्लाह ईमानवालों को इस दशा में नहीं रहने देगा, जिसमें तुम हो। यह तो उस समय तक की बात है जबतक कि वह अपवित्र को पवित्र से पृथक नहीं कर देता। और अल्लाह ऐसा नहीं है कि वह तुम्हें परोक्ष की सूचना दे दे। किन्तु अल्लाह इस काम के लिए जिसको चाहता है चुन लेता है, और वे उसके रसूल होते है। अतः अल्लाह और उसके रसूल पर ईमान लाओ। और यदि तुम ईमान लाओगे और (अल्लाह का) डर रखोगे तो तुमको बड़ा प्रतिदान मिलेगा

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَا
और ना
يَحْسَبَنَّ
हरगिज़ गुमान करें
ٱلَّذِينَ
वो जो
يَبْخَلُونَ
बुख़्ल करते हैं
بِمَآ
साथ उसके जो
ءَاتَىٰهُمُ
अता किया उन्हें
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
مِن
अपने फ़ज़ल से
فَضْلِهِۦ
अपने फ़ज़ल से
هُوَ
वो
خَيْرًا
बेहतर है
لَّهُمۖ
उनके लिए
بَلْ
बल्कि
هُوَ
वो
شَرٌّ
बुरा है
لَّهُمْۖ
उनके लिए
سَيُطَوَّقُونَ
अनक़रीब वो तौक़ पहनाए जाऐंगे
مَا
उसका जो
بَخِلُوا۟
उन्होंने बुख़्ल किया
بِهِۦ
जिसका
يَوْمَ
दिन
ٱلْقِيَٰمَةِۗ
क़यामत के
وَلِلَّهِ
और अल्लाह ही के लिए है
مِيرَٰثُ
मीरास
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों की
وَٱلْأَرْضِۗ
और ज़मीन की
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
بِمَا
उससे जो
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो
خَبِيرٌ
ख़ूब बाख़बर है

Wala yahsabanna allatheena yabkhaloona bima atahummu Allahu min fadlihi huwa khayran lahum bal huwa sharrun lahum sayutawwaqoona ma bakhiloo bihi yawma alqiyamati walillahi meerathu alssamawati waalardi waAllahu bima ta'maloona khabeerun

जो लोग उस चीज़ में कृपणता से काम लेते है, जो अल्लाह ने अपनी उदार कृपा से उन्हें प्रदान की है, वे यह न समझे कि यह उनके हित में अच्छा है, बल्कि यह उनके लिए बुरा है। जिस चीज़ में उन्होंने कृपणता से काम लिया होगा, वही आगे कियामत के दिन उनके गले का तौक़ बन जाएगा। और ये आकाश और धरती अंत में अल्लाह ही के लिए रह जाएँगे। तुम जो कुछ भी करते हो, अल्लाह उसकी ख़बर रखता है

Tafseer (तफ़सीर )