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إِنَّ
बेशक
ٱلَّذِينَ
वो जो
يَكْفُرُونَ
कुफ़्र करते हैं
بِـَٔايَٰتِ
साथ आयात के
ٱللَّهِ
अल्लाह की
وَيَقْتُلُونَ
और वो क़त्ल करते हैं
ٱلنَّبِيِّۦنَ
नबियों को
بِغَيْرِ
बग़ैर
حَقٍّ
हक़ के
وَيَقْتُلُونَ
और वो क़त्ल करते हैं
ٱلَّذِينَ
उनको जो
يَأْمُرُونَ
हुक्म देते हैं
بِٱلْقِسْطِ
इन्साफ़ का
مِنَ
लोगों में से
ٱلنَّاسِ
लोगों में से
فَبَشِّرْهُم
तो ख़ुशख़बरी दे दीजिए उन्हें
بِعَذَابٍ
अज़ाब
أَلِيمٍ
दर्दनाक की

Inna allatheena yakfuroona biayati Allahi wayaqtuloona alnnabiyyeena bighayri haqqin wayaqtuloona allatheena yamuroona bialqisti mina alnnasi fabashshirhum bi'athabin aleemin

जो लोग अल्लाह की आयतों का इनकार करें और नबियों को नाहक क़त्ल करे और उन लोगों का क़ल्त करें जो न्याय के पालन करने को कहें, उनको दुखद यातना की मंगल सूचना दे दो

Tafseer (तफ़सीर )

أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
ٱلَّذِينَ
वो जो
حَبِطَتْ
ज़ाया हो गए
أَعْمَٰلُهُمْ
आमाल उनके
فِى
दुनिया में
ٱلدُّنْيَا
दुनिया में
وَٱلْءَاخِرَةِ
और आख़िरत में
وَمَا
और नहीं
لَهُم
उनके लिए
مِّن
मददगारों में से कोई
نَّٰصِرِينَ
मददगारों में से कोई

Olaika allatheena habitat a'maluhum fee alddunya waalakhirati wama lahum min nasireena

यही लोग हैं, जिनके कर्म दुनिया और आख़िरत में अकारथ गए और उनका सहायक कोई भी नहीं

Tafseer (तफ़सीर )

أَلَمْ
क्या नहीं
تَرَ
आपने देखा
إِلَى
तरफ़ उनके जो
ٱلَّذِينَ
तरफ़ उनके जो
أُوتُوا۟
दिए गए
نَصِيبًا
एक हिस्सा
مِّنَ
किताब में से
ٱلْكِتَٰبِ
किताब में से
يُدْعَوْنَ
वो बुलाए जाते हैं
إِلَىٰ
तरफ़
كِتَٰبِ
अल्लाह की किताब के
ٱللَّهِ
अल्लाह की किताब के
لِيَحْكُمَ
ताकि वो फ़ैसला करें
بَيْنَهُمْ
दर्मियान उनके
ثُمَّ
फिर
يَتَوَلَّىٰ
मुँह फेर लेता है
فَرِيقٌ
एक गिरोह
مِّنْهُمْ
उनमें से
وَهُم
और वो
مُّعْرِضُونَ
ऐराज़ करने वाले हैं

Alam tara ila allatheena ootoo naseeban mina alkitabi yud'awna ila kitabi Allahi liyahkuma baynahum thumma yatawalla fareequn minhum wahum mu'ridoona

क्या तुमने उन लोगों को नहीं देखा जिन्हें ईश-ग्रंथ का एक हिस्सा प्रदान हुआ। उन्हें अल्लाह की किताब की ओर बुलाया जाता है कि वह उनके बीच निर्णय करे, फिर भी उनका एक गिरोह (उसकी) उपेक्षा करते हुए मुँह फेर लेता है?

Tafseer (तफ़सीर )

ذَٰلِكَ
ये
بِأَنَّهُمْ
बवजह इसके कि वो
قَالُوا۟
कहते हैं
لَن
हरगिज़ ना
تَمَسَّنَا
छुएगी हमें
ٱلنَّارُ
आग
إِلَّآ
मगर
أَيَّامًا
दिन
مَّعْدُودَٰتٍۖ
गिने चुने
وَغَرَّهُمْ
और धोखे में डाल देता है उन्हें
فِى
उनके दीन (के बारे) में
دِينِهِم
उनके दीन (के बारे) में
مَّا
जो
كَانُوا۟
थे वो
يَفْتَرُونَ
वो गढ़ते

Thalika biannahum qaloo lan tamassana alnnaru illa ayyaman ma'doodatin wagharrahum fee deenihim ma kanoo yaftaroona

यह इसलिए कि वे कहते, 'आग हमें नहीं छू सकती। हाँ, कुछ गिने-चुने दिनों (के कष्टों) की बात और है।' उनकी मनघड़ंत बातों ने, जो वे घड़ते रहे हैं, उन्हें धोखे में डाल रखा है

Tafseer (तफ़सीर )

فَكَيْفَ
तो कैसा (होगा हाल)
إِذَا
जब
جَمَعْنَٰهُمْ
जमा करेंगे हम उन्हें
لِيَوْمٍ
उस दिन के लिए
لَّا
नहीं कोई शक
رَيْبَ
नहीं कोई शक
فِيهِ
उसमें
وَوُفِّيَتْ
और पूरी पूरी दे दी जाएगी
كُلُّ
हर
نَفْسٍ
नफ़्स को
مَّا
जो
كَسَبَتْ
उसने कमाई की
وَهُمْ
और वो
لَا
ना वो ज़ुल्म किए जाऐंगे
يُظْلَمُونَ
ना वो ज़ुल्म किए जाऐंगे

Fakayfa itha jama'nahum liyawmin la rayba feehi wawuffiyat kullu nafsin ma kasabat wahum la yuthlamoona

फिर क्या हाल होगा, जब हम उन्हें उस दिन इकट्ठा करेंगे, जिसके आने में कोई संदेह नहीं और प्रत्येक व्यक्ति को, जो कुछ उसने कमाया होगा, पूरा-पूरा मिल जाएगा; और उनके साथ अन्याय न होगा

Tafseer (तफ़सीर )

قُلِ
कह दीजिए
ٱللَّهُمَّ
ऐ अल्लाह
مَٰلِكَ
ऐ मालिक
ٱلْمُلْكِ
बादशाहत के
تُؤْتِى
तू देता है
ٱلْمُلْكَ
बादशाहत
مَن
जिसे
تَشَآءُ
तू चाहता है
وَتَنزِعُ
और तू छीन लेता है
ٱلْمُلْكَ
बादशाहत
مِمَّن
जिससे
تَشَآءُ
तू चाहता है
وَتُعِزُّ
और तू इज़्ज़त देता है
مَن
जिसे
تَشَآءُ
तू चाहता है
وَتُذِلُّ
और तू ज़िल्लत देता है
مَن
जिसे
تَشَآءُۖ
तू चाहता है
بِيَدِكَ
तेरे ही हाथ में
ٱلْخَيْرُۖ
भलाई है
إِنَّكَ
बेशक तू
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
قَدِيرٌ
बहुत क़ादिर है

Quli allahumma malika almulki tutee almulka man tashao watanzi'u almulka mimman tashao watu'izzu man tashao watuthillu man tashao biyadika alkhayru innaka 'ala kulli shayin qadeerun

कहो, 'ऐ अल्लाह, राज्य के स्वामी! तू जिसे चाहे राज्य दे और जिससे चाहे राज्य छीन ले, और जिसे चाहे इज़्ज़त (प्रभुत्व) प्रदान करे और जिसको चाहे अपमानित कर दे। तेरे ही हाथ में भलाई है। निस्संदेह तुझे हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है

Tafseer (तफ़सीर )

تُولِجُ
तू दाख़िल करता है
ٱلَّيْلَ
रात को
فِى
दिन में
ٱلنَّهَارِ
दिन में
وَتُولِجُ
और तू दाख़िल करता है
ٱلنَّهَارَ
दिन को
فِى
रात में
ٱلَّيْلِۖ
रात में
وَتُخْرِجُ
और तू निकालता है
ٱلْحَىَّ
ज़िन्दा को
مِنَ
मुर्दा से
ٱلْمَيِّتِ
मुर्दा से
وَتُخْرِجُ
और तू निकालता है
ٱلْمَيِّتَ
मुर्दा को
مِنَ
ज़िन्दा से
ٱلْحَىِّۖ
ज़िन्दा से
وَتَرْزُقُ
और तू रिज़्क़ देता है
مَن
जिसे
تَشَآءُ
तू चाहता है
بِغَيْرِ
बग़ैर
حِسَابٍ
हिसाब के

Tooliju allayla fee alnnahari watooliju alnnahara fee allayli watukhriju alhayya mina almayyiti watukhriju almayyita mina alhayyi watarzuqu man tashao bighayri hisabin

'तू रात को दिन में पिरोता है और दिन को रात में पिरोता है। तू निर्जीव से सजीव को निकालता है और सजीव से निर्जीव को निकालता है, बेहिसाब देता है।'

Tafseer (तफ़सीर )

لَّا
ना बनाऐं
يَتَّخِذِ
ना बनाऐं
ٱلْمُؤْمِنُونَ
मोमिन
ٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों को
أَوْلِيَآءَ
दोस्त
مِن
सिवाय
دُونِ
सिवाय
ٱلْمُؤْمِنِينَۖ
मोमिनों के
وَمَن
और जो कोई
يَفْعَلْ
करेगा
ذَٰلِكَ
ऐसा
فَلَيْسَ
तो नहीं वो
مِنَ
अल्लाह से
ٱللَّهِ
अल्लाह से
فِى
किसी चीज़ में
شَىْءٍ
किसी चीज़ में
إِلَّآ
मगर
أَن
ये कि
تَتَّقُوا۟
तुम बचो
مِنْهُمْ
उनसे
تُقَىٰةًۗ
बचना
وَيُحَذِّرُكُمُ
और डराता है तुम्हें
ٱللَّهُ
अल्लाह
نَفْسَهُۥۗ
अपनी ज़ात से
وَإِلَى
और तरफ़ अल्लाह ही के
ٱللَّهِ
और तरफ़ अल्लाह ही के
ٱلْمَصِيرُ
पलटना है

La yattakhithi almuminoona alkafireena awliyaa min dooni almumineena waman yaf'al thalika falaysa mina Allahi fee shayin illa an tattaqoo minhum tuqatan wayuhaththirukumu Allahu nafsahu waila Allahi almaseeru

ईमानवालों को चाहिए कि वे ईमानवालों से हटकर इनकारवालों को अपना मित्र (राज़दार) न बनाएँ, और जो ऐसा करेगा, उसका अल्लाह से कोई सम्बन्ध नहीं, क्योंकि उससे सम्बद्ध यही बात है कि तुम उनसे बचो, जिस प्रकार वे तुमसे बचते है। और अल्लाह तुम्हें अपने आपसे डराता है, और अल्लाह ही की ओर लौटना है

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
إِن
अगर
تُخْفُوا۟
तुम छुपाओ
مَا
जो
فِى
तुम्हारे सीनों में है
صُدُورِكُمْ
तुम्हारे सीनों में है
أَوْ
या
تُبْدُوهُ
तुम ज़ाहिर करो उसे
يَعْلَمْهُ
जानता है उसे
ٱللَّهُۗ
अल्लाह
وَيَعْلَمُ
और वो जानता है
مَا
जो
فِى
आसमानों में है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
وَمَا
और जो
فِى
ज़मीन में है
ٱلْأَرْضِۗ
ज़मीन में है
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
قَدِيرٌ
बहुत क़ुदरत रखने वाला है

Qul in tukhfoo ma fee sudoorikum aw tubdoohu ya'lamhu Allahu waya'lamu ma fee alssamawati wama fee alardi waAllahu 'ala kulli shayin qadeerun

कह दो, 'यदि तुम अपने दिलों की बात छिपाओ या उसे प्रकट करो, प्रत्येक दशा में अल्लाह उसे जान लेगा। और वह उसे भी जानता है, जो कुछ आकाशों में है और जो कुछ धरती में है। और अल्लाह को हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है।'

Tafseer (तफ़सीर )

يَوْمَ
जिस दिन
تَجِدُ
पा लेगा
كُلُّ
हर
نَفْسٍ
नफ़्स
مَّا
जो
عَمِلَتْ
उसने अमल किया
مِنْ
नेकी में से
خَيْرٍ
नेकी में से
مُّحْضَرًا
हाज़िर किया हुआ
وَمَا
और जो
عَمِلَتْ
उसने अमल किया
مِن
बुराई में से
سُوٓءٍ
बुराई में से
تَوَدُّ
वो चाहेगा
لَوْ
काश
أَنَّ
बेशक
بَيْنَهَا
दर्मियान उसके
وَبَيْنَهُۥٓ
और दर्मियान उसकी (बुराई) के
أَمَدًۢا
फ़ासला होता
بَعِيدًاۗ
दूर का
وَيُحَذِّرُكُمُ
और डराता है तुम्हें
ٱللَّهُ
अल्लाह
نَفْسَهُۥۗ
अपनी ज़ात से
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
رَءُوفٌۢ
बहुत शफ़ीक़ है
بِٱلْعِبَادِ
बन्दों पर

Yawma tajidu kullu nafsin ma 'amilat min khayrin muhdaran wama 'amilat min sooin tawaddu law anna baynaha wabaynahu amadan ba'eedan wayuhaththirukumu Allahu nafsahu waAllahu raoofun bial'ibadi

जिस दिन प्रत्येक व्यक्ति अपनी की हुई भलाई और अपनी की हुई बुराई को सामने मौजूद पाएगा, वह कामना करेगा कि काश! उसके और उस दिन के बीच बहुत दूर का फ़ासला होता। और अल्लाह तुम्हें अपना भय दिलाता है, और वह अपने बन्दों के लिए अत्यन्त करुणामय है

Tafseer (तफ़सीर )