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وَمَا
और नहीं
يَأْتِيهِم
आया उनके पास
مِّن
कोई रसूल
رَّسُولٍ
कोई रसूल
إِلَّا
मगर
كَانُوا۟
थे वो
بِهِۦ
उसका
يَسْتَهْزِءُونَ
वो मज़ाक़ उड़ाते

Wama yateehim min rasoolin illa kanoo bihi yastahzioona

कोई भी रसूल उनके पास ऐसा नहीं आया, जिसका उन्होंने उपहास न किया हो

Tafseer (तफ़सीर )

كَذَٰلِكَ
इसी तरह
نَسْلُكُهُۥ
हम दाख़िल करते हैं उसको
فِى
दिलों में
قُلُوبِ
दिलों में
ٱلْمُجْرِمِينَ
मुजरिमों के

Kathalika naslukuhu fee quloobi almujrimeena

इसी तरह हम अपराधियों के दिलों में इसे उतारते है

Tafseer (तफ़सीर )

لَا
नहीं वो ईमान लाऐंगे
يُؤْمِنُونَ
नहीं वो ईमान लाऐंगे
بِهِۦۖ
इस पर
وَقَدْ
और तहक़ीक़
خَلَتْ
गुज़र चुका
سُنَّةُ
तरीक़ा
ٱلْأَوَّلِينَ
पहलों का

La yuminoona bihi waqad khalat sunnatu alawwaleena

वे इसे मानेंगे नहीं। पहले के लोगों की मिसालें गुज़र चुकी हैं

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और अगर
فَتَحْنَا
खोलदें हमने
عَلَيْهِم
उन पर
بَابًا
कोई दरवाज़ा
مِّنَ
आसमान से
ٱلسَّمَآءِ
आसमान से
فَظَلُّوا۟
तो शिरू होजाऐं
فِيهِ
उसमें
يَعْرُجُونَ
वो चढ़ते

Walaw fatahna 'alayhim baban mina alssamai fathalloo feehi ya'rujoona

यदि हम उनपर आकाश से कोई द्वार खोल दें और वे दिन-दहाड़े उसमें चढ़ने भी लगें,

Tafseer (तफ़सीर )

لَقَالُوٓا۟
अलबत्ता वो कहेंगे
إِنَّمَا
बेशक
سُكِّرَتْ
मदहोश करदी गई हैं
أَبْصَٰرُنَا
निगाहें हमारी
بَلْ
बल्कि
نَحْنُ
हम तो
قَوْمٌ
लोग हैं
مَّسْحُورُونَ
सहरज़दा

Laqaloo innama sukkirat absaruna bal nahnu qawmun mashooroona

फिर भी वे यही कहेंगे, 'हमारी आँखें मदमाती हैं, बल्कि हम लोगों पर जादू कर दिया गया है!'

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
جَعَلْنَا
बनाए हमने
فِى
आसमान में
ٱلسَّمَآءِ
आसमान में
بُرُوجًا
कई बुर्ज
وَزَيَّنَّٰهَا
और मुज़य्यन किया हमने उसे
لِلنَّٰظِرِينَ
देखने वालों के लिए

Walaqad ja'alna fee alssamai buroojan wazayyannaha lilnnathireena

हमने आकाश में बुर्ज (तारा-समूह) बनाए और हमने उसे देखनेवालों के लिए सुसज्जित भी किया

Tafseer (तफ़सीर )

وَحَفِظْنَٰهَا
और हिफ़ाज़त की हमने उसकी
مِن
हर शैतान से
كُلِّ
हर शैतान से
شَيْطَٰنٍ
हर शैतान से
رَّجِيمٍ
जो मरदूद है

Wahafithnaha min kulli shaytanin rajeemin

और हर फिटकारे हुए शैतान से उसे सुरक्षित रखा -

Tafseer (तफ़सीर )

إِلَّا
मगर
مَنِ
जिसने
ٱسْتَرَقَ
चुरा लिया
ٱلسَّمْعَ
सुनी हुई बात को
فَأَتْبَعَهُۥ
तो पीछा करता है उसका
شِهَابٌ
एक शोला
مُّبِينٌ
चमकता हुआ

Illa mani istaraqa alssam'a faatba'ahu shihabun mubeenun

यह और बात है कि किसी ने चोरी-छिपे कुछ सुनगुन ले लिया तो एक प्रत्यक्ष अग्निशिखा ने भी झपटकर उसका पीछा किया -

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلْأَرْضَ
और ज़मीन को
مَدَدْنَٰهَا
फैला दिया हमने उसे
وَأَلْقَيْنَا
और डाले हमने
فِيهَا
उसमें
رَوَٰسِىَ
पहाड़
وَأَنۢبَتْنَا
और उगाई हमने
فِيهَا
उसमें
مِن
हर तरह की
كُلِّ
हर तरह की
شَىْءٍ
चीज़
مَّوْزُونٍ
मोज़ूं/मुनासिब

Waalarda madadnaha waalqayna feeha rawasiya waanbatna feeha min kulli shayin mawzoonin

और हमने धरती को फैलाया और उसमें अटल पहाड़ डाल दिए और उसमें हर चीज़ नपे-तुले अन्दाज़ में उगाई

Tafseer (तफ़सीर )

وَجَعَلْنَا
और बनाए हमने
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
فِيهَا
उसमें
مَعَٰيِشَ
असबाबे मईशत
وَمَن
और उसके लिए (भी)
لَّسْتُمْ
नहीं हो तुम
لَهُۥ
जिसके
بِرَٰزِقِينَ
राज़िक़

Waja'alna lakum feeha ma'ayisha waman lastum lahu biraziqeena

और उसमें तुम्हारे गुज़र-बसर के सामान निर्मित किए, और उनको भी जिनको रोज़ी देनेवाले तुम नहीं हो

Tafseer (तफ़सीर )