Walaqad khalaqnakum thumma sawwarnakum thumma qulna lilmalaikati osjudoo liadama fasajadoo illa ibleesa lam yakun mina alssajideena
हमने तुम्हें पैदा करने का निश्चय किया; फिर तुम्हारा रूप बनाया; फिर हमने फ़रिश्तों से कहो, 'आदम को सजदा करो।' तो उन्होंने सजदा किया, सिवाय इबलीस के। वह (इबलीस) सदजा करनेवालों में से न हुआ
Qala ma mana'aka alla tasjuda ith amartuka qala ana khayrun minhu khalaqtanee min narin wakhalaqtahu min teenin
कहा, 'तुझे किसने सजका करने से रोका, जबकि मैंने तुझे आदेश दिया था?' बोला, 'मैं उससे अच्छा हूँ। तूने मुझे अग्नि से बनाया और उसे मिट्टी से बनाया।'
Qala faihbit minha fama yakoonu laka an tatakabbara feeha faokhruj innaka mina alssaghireena
कहा, 'उतर जा यहाँ से! तुझे कोई हक़ नहीं है कि यहाँ घमंड करे, तो अब निकल जा; निश्चय ही तू अपमानित है।'
Qala anthirnee ila yawmi yub'athoona
बोला, 'मुझे एक दिन तक मुहल्लत दे, जबकि लोग उठाए जाएँगे।'
Qala innaka mina almunthareena
कहा, 'निस्संदेह तुझे मुहल्लत है।'
Qala fabima aghwaytanee laaq'udanna lahum sirataka almustaqeema
बोला, 'अच्छा, इस कारण कि तूने मुझे गुमराही में डाला है, मैं भी तेरे सीधे मार्ग पर उनके लिए घात में अवश्य बैठूँगा
Thumma laatiyannahum min bayni aydeehim wamin khalfihim wa'an aymanihim wa'an shamailihim wala tajidu aktharahum shakireena
'फिर उनके आगे और उनके पीछे और उनके दाएँ और उनके बाएँ से उनके पास आऊँगा। और तू उनमें अधिकतर को कृतज्ञ न पाएगा।'
Qala okhruj minha mathooman madhooran laman tabi'aka minhum laamlaanna jahannama minkum ajma'eena
कहा, 'निकल जा यहाँ से! निन्दित ठुकराया हुआ। उनमें से जिस किसी ने भी तेरा अनुसरण किया, मैं अवश्य तुम सबसे जहन्नम को भर दूँगा।'
Waya adamu oskun anta wazawjuka aljannata fakula min haythu shituma wala taqraba hathihi alshshajarata fatakoona mina alththalimeena
और 'ऐ आदम! तुम और तुम्हारी पत्नी दोनों जन्नत में रहो-बसो, फिर जहाँ से चाहो खाओ, लेकिन इस वृक्ष के निकट न जाना, अन्यथा अत्याचारियों में से हो जाओगे।'
Fawaswasa lahuma alshshaytanu liyubdiya lahuma ma wooriya 'anhuma min sawatihima waqala ma nahakuma rabbukuma 'an hathihi alshshajarati illa an takoona malakayni aw takoona mina alkhalideena
फिर शैतान ने दोनों को बहकाया, ताकि उनकी शर्मगाहों को, जो उन दोनों से छिपी थीं, उन दोनों के सामने खोल दे। और उसने (इबलीस ने) कहा, 'तुम्हारे रब ने तुम दोनों को जो इस वृक्ष से रोका है, तो केवल इसलिए कि ऐसा न हो कि तुम कहीं फ़रिश्ते हो जाओ या कही ऐसा न हो कि तुम्हें अमरता प्राप्त हो जाए।'